इंडियन हिस्ट्री २० शताब्दि महाराष्ट्र
१ (Q) क्रांतिकारी एवं आतंकवादी आन्दोलन के विकास का मूल्यांकन करें ?
ANS. 20वी. शताब्दी के पूर्वाध्द्र में भारत उग्रवाद के साथ -साथ आंतकवाद का भी विकाश हुआ |
HISTORY
१ (Q) क्रांतिकारी एवं आतंकवादी आन्दोलन के विकास का मूल्यांकन करें ?
ANS. 20वी. शताब्दी के पूर्वाध्द्र में भारत उग्रवाद के साथ -साथ आंतकवाद का भी विकाश हुआ |
जिन कारणों से उग्रवाद का विकास हुआ था उन्ही कारणों के चलते भारतीय राजनिति में आतंकवाद का भी उदय हुआ |
उग्र राष्ट्रवादियो का ही एक दल आतंकवादी क्रन्तिकारी के रूप में उभरा |
यह दल बलपूर्वक अंग्रेजी सत्ता को समाप्त करना चाहता था इसके लिए इसने षड्यंत्रो एवं सशस्त्र संघर्ष
का रास्ता अपनाया | यह आंदोलन दो चरणों में हुआ -प्रथम विश्व्युध् के पूर्व और उसके पश्चात |
क्रान्तिकरियो ने अपने गुप्त संगठन बनाये, हथियार एकत्र किये, सरकारी खजानो को लुटा और अंगरेजों या देशद्रोहियो की हत्याएं कीं | इनके कार्यो की गतिविधियां सबसे अधिक तेज महाराष्ट्र,बंगाल,और
पंजाब में थीं
देश के अन्य भागों एवं विदेशों में भी क्रांतिकारी संगठन बनाये गयें |
महाराष्ट्र में आतंकवाद :-आतंकवाद की लहर सबसे पहले महाराष्ट्र में चली |
और शीघ्र ही समूचे भारत को अपने गिरफ्त में ले लिया |
प्रथम क्रांतिकारी संगठन १८९६-९७ में पूना में दामोदर हरि चापेकर और बालकृष्ण चापेकर द्वारा स्थापित किया गया | इसका नाम 'व्यायाम मंडल' था |
इसके द्वारा वे नौजवानों का एक ऐसा वर्ग तैयार करना चाहते थे जो देश के लिए अपने प्राणो की बाजी
लगा सकें | महारानी विक्टोरिया की मूर्ति के मुँह पर बम्बई में अलकतरा पोतकर अपने गुस्से को प्रदर्शित किया | इनका अगला कदम रैंड और एमहस्ट नामक दो अंग्रेज अधिकारियों की हत्या की थी |
चापेकर बंधुयों को सरकार ने फांसी की सजा दी | तिलक भी गिरफ्तार किये गए | १९०४ में नासिक में मित्र मेला स्थापना हुई | इसके प्रमुख सदस्य गणेश एवं दामोदर सावरकर थे |
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